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हौसले पंख हैं, उड़ना इनकी पहचान
राजाजीपुरम में रहने वाली 13 साल की ऐश्वर्या पाराशर को लोग आरटीआई गर्ल के नाम से जानते हैं। ऐश्वर्या ने साल 2012 में एक आरटीआई दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी को पहली बार राष्ट्रपिता कब कहा गया, इसकी जानकारी मांगी थी। आश्चर्य की बात यह रही कि खुद सरकार को भी यह नहीं पता कि महात्मा गांधी को कब और क्यों राष्ट्रपिता की उपाधि दी गई। ऐश्वर्या इस समय गोमती नदी की सफाई अभियान के लिए सिग्नेचर कैम्पेन चला रही हैं। महिला दिवस के लिए ऐश्वर्या कहती हैं कि मैं चाहती हूं कि ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा पर जोर दिया जाए।
हौसले पंख हैं, उड़ना इनकी पहचान
राजाजीपुरम में रहने वाली 13 साल की ऐश्वर्या पाराशर को लोग आरटीआई गर्ल के नाम से जानते हैं। ऐश्वर्या ने साल 2012 में एक आरटीआई दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी को पहली बार राष्ट्रपिता कब कहा गया, इसकी जानकारी मांगी थी। आश्चर्य की बात यह रही कि खुद सरकार को भी यह नहीं पता कि महात्मा गांधी को कब और क्यों राष्ट्रपिता की उपाधि दी गई। ऐश्वर्या इस समय गोमती नदी की सफाई अभियान के लिए सिग्नेचर कैम्पेन चला रही हैं। महिला दिवस के लिए ऐश्वर्या कहती हैं कि मैं चाहती हूं कि ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा पर जोर दिया जाए।